सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी। सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी।
भगवान को धन्यवाद देने लगी इतनी प्यारी और समझदार बहन जैसी देवरानी देने के लिए। भगवान को धन्यवाद देने लगी इतनी प्यारी और समझदार बहन जैसी देवरानी देने के लिए।
छोटे नवाब, बड़े नवाब छोटे नवाब, बड़े नवाब
के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला। के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला।
पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई। पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई।
पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़तम होगा ?पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़ पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़तम होगा ?पर पता नहीं था उसके मन की विद्रो...